Tuesday, March 31, 2009

ॐ नैनो देवी नमो नमः

नमस्ते. आज तो मजा आगया. आज बहुत दिनों के बाद (शायद पहली बार इस संसथान में) मेरे किसी काम को सराहा गया है, हमारे इस सभा की बात कुछ लोगो को अच्छी लगी. तो इसी उत्साह से हम फिर से बकर बकर करना शुरू किए है, ऐसे तो आप जानते ही थे की हम लापता हो गए थे इस चमत्कारिक दुनिया से।गायब होने का मन तो नहीं था पर कुछ ऐसा सिचुएशन हो गया था की हमको जाना पड़ा। चलिए हम फिर आ गए हैं आपका दिमाग चाटने। तो आज का बात किया जाये। नैका कार

नैका कार नैनो के बारे में तो जानिए गए होइएगा. सुनते हैं बहुत जादुई कार है. हम देखे तो नहीं हैं पर जिस तरह से लोग सब पगलाया हुआ है उससे तो लगता है की रतन टाटा ये कोई कार नहीं अलादीन का चिराग लोगो को दे रहे हैं.अरे भाई कारे न है थोरे कोई नायब चीज है . हा सुनते हैं की दाम थोरा कम है सवा लाख में टाटा जी कार पर बैठा रहे हैं. ठीक है अब हमारा मिडिल क्लास स्कूटर पर नहीं चडेगा.सब इहे कार खरीद्लेगा एगो बात आरो टाटा जी कार दिए हैं ऊहै अपना टाटा का बिसनेस के साथ साथ एक ठो और बिजनेस बढा दिए है उ बिजनेस है परम्परागत लैका बेचो व्यापर. यानी दहेज़ टाटा जी के इस कमाल से लैका वाला का दिमाग एक दम बौरा गया है. सब समझ रहा ही की नैनो के आने से अब मोटरसाइकिल से पिंड छुटा. अब हम कार मागेंगे. और लार्की वाला को presraaij karenge larkii वाला सब का idhar दिमाग ख़राब हुआ है की अब का होगा jaha पहले एक esplender में काम chalta था अब waha अब कार dena होगा सबसे ज्यादा मन तो ii dutakiya sarkari नौकरी वाला सब ak बढा हुआ है सब अब sapno करे का gate kholata है apan zindgi में तो e सपना पूरा होगा nai चाहता है की jehi hath sehi साथ .चलिए जो होगा उ तो सब को पता चलिए jayega की नैनो का bhkhayal कितना हो khata है परअभी तो बस नैनो है सब जगह देखिये का होता है आगे

हम तो चाहते है की नैनो जिस तरह से नयन बसी है उसी तरह सबके घर में भी बसे.

4 comments:

अजय कुमार झा said...

waah kya baat hai mritunjay bhai, bahut dino baad koi apnee shaliee aur mijaaj ka mila hai, maja aayegaa apko padhne mein, likhte rahein.

sanjay said...

apka blog padke accha laga apke likhane ki kala wakai sarahniye hai

MCA KNIT said...

आपका और आपके ब्लॉग का स्वागत है

मेरी कलम - मेरी अभिव्यक्ति

Pt. D.K. Sharma "Vatsa" said...

बहुत ही बढिया अन्दाज.....लगे रहिए